
उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा परिषद के प्राथमिक स्कूलों में 69000 सहायक अध्यापकों की भर्ती के लिए 6 जनवरी को प्रस्तावित लिखित परीक्षा के ऑनलाइन आवेदन पूरे हो गए हैं। लेकिन अब तक न तो अध्यापक सेवा नियमावली 1981 में आवश्यक संशोधन हुए हैं और न ही पदों की संख्या तय हो सकी है। बेसिक शिक्षा विभाग की ओर से नियमावली में संशोधन का प्रस्ताव भेजा गया है लेकिन उसे अभी कैबिनेट की मंजूरी नहीं मिली है।
सबसे पेचीदा मसला बीएड डिग्रीधारियों को भर्ती में शामिल करने को लेकर है। राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद (एनसीटीई) ने 28 जून को अधिसूचना जारी कर 50 प्रतिशत अंकों के साथ स्नातक तथा शिक्षा स्नातक (बीएड) अर्हता को प्राथमिक स्कूलों की भर्ती के लिए मान्य कर लिया था लेकिन नियमावली में अभी तक शामिल नहीं किया गया है। एनसीटीई नियमों के मुताबिक बीएड डिग्रीधारियों को शिक्षक पद पर नियुक्ति देने से पहले उन्हें छह महीने का सेतु पाठ्यक्रम (ब्रिज कोर्स) कराना अनिवार्य है।
लेकिन वर्तमान नियमावली में बीएड डिग्रीधारियों के लिए सेतु पाठ्यक्रम का कोई प्रावधान नहीं है। इस सेतु पाठ्यक्रम के लिए कोई रूपरेखा और विषयवस्तु भी उपलब्ध नहीं है। वहीं दूसरी ओर जिलों में रिक्त पदों को लेकर भी बेसिक शिक्षा विभाग के अफसर उलझे हुए हैं। परीक्षा के लिए दस दिन का समय बचा है लेकिन अभी यह तय नहीं है कि किस जिले में कितने शिक्षकों की तैनाती होनी है।
0 comments:
Post a Comment