Wednesday, 26 December 2018

बैंकिंग सेक्टर : 2022 तक सात लाख नई नौकरियां पैदा होंगी, इस रूप में भी विकल्प है


वर्तमान समय में भारत में बैंकिंग सेक्टर का इतना विस्तार हो गया है कि वाणिज्यिक और सहकारी बैंकों की 67 हजार से अधिक शाखाएं काम कर रही हैं। उम्मीद जताई जा रही है कि 2040 तक भारत विश्व का तीसरा सबसे बड़ा बैंकिंग हब बन जाएगा। सरकारी तथा प्राइवेट हर जगह युवाओं को रोजगार के बेहतर विकल्प मिलेंगे।.

नेशनल स्किल डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन की एक रिपोर्ट के अनुसार बैंकिंग सेक्टर 25 प्रतिशत की दर से ग्रोथ कर रहा है तथा 2021-22 तक करीब सात लाख नई नौकरियां सृजित होंगी। दूसरी ओर निजी सेक्टर के साथ-साथ को-ऑपरेटिव व रूरल बैंक भी तेजी से अपना विस्तार करने में लगे हैं और आने वाले समय में इसमें डेढ़ से दो लाख लोगों को नौकरी मिलने की संभावना है। बैंक क्लर्क, पीओ, असिस्टेंट, स्पेशलिस्ट ऑफिसर समेत दर्जन भर पद ऐसें हैं, जिन पर प्रोफेशनल्स की नियुक्तियां होती हैं। .

मिलती हैं कई सहूलियतें : पब्लिक व प्राइवेट सेक्टर में बैंकों का विस्तार होने से नौकरियों की बरसात हो रही है। को-ऑपरेटिव व रूरल बैंक के अलावा अन्य बैंक भी ग्रामीण क्षेत्रों में अपनी शाखाओं का विस्तार कर रहे हैं। यहां सुरक्षित करियर है और इसकी सुविधाएं भी यूनिक हैं। इसमें प्रमोशन जल्दी मिलता है। .

इस रूप में भी खुलेगी राह : बैंकिंग में सबसे ज्यादा नियुक्तियां ग्रेजुएशन के बाद होती हैं। कॉमर्स और इकोनॉमिक्स सब्जेक्ट की पृष्ठभूमि वाले छात्रों के लिए यह क्षेत्र ज्यादा रास आता है। इसके अलावा एमबीए करने के बाद भी जॉब आसानी से मिल जाती है। लेकिन आप ग्रेजुएट हैं और किसी प्राइवेट बैंक में काम कर रहे हैं तो ऐसी स्थिति में आप अपने लिए कुछ अतिरिक्त योग्यता हासिल करके भी बैंकिंग सेक्टर में आ सकते हैं। स्नातक के बाद कॉरेस्पॉन्डेंस या ऑनलाइन एमबीए कर सकते हैं। इसके अलावा फाइनेंस, इंश्योरेंस, मार्केटिंग आदि में एक वर्षीय डिप्लोमा या पीजी डिप्लोमा के जरिए भी इस क्षेत्र में कदम रख सकते हैं। कुछ पद ऐसे भी होते हैं, जिनके लिए कंप्यूटर की किसी खास डिग्री की जरूरत पड़ती है। .

योग्यता के साथ इनवेस्टमेंट बैंकिंग, कॉर्पोरेट फाइनेंस की बेसिक जानकारी, अच्छा कम्युनिकेशन स्किल, प्रॉब्लम सॉल्विंग, मैथ्स पर पकड़़, तनाव को हावी न होने देना, सम-सामयिक हलचलों (खासकर बैंकिंग से जुड़ी) की जानकारी, लीडरशिप क्वालिटी, कस्टमर की जरूरतों को समझने की क्षमता, हंसमुख व्यक्तित्व का होना बहुत जरूरी है। साथ ही उसे प्रोजेक्ट एनालिसिस, के्रडिट अप्रेजल स्किल व बड़े लोन तथा फॉरेन एक्सचेंज की जानकारी होनी चाहिए।.

बैंकिंग की तैयारी में कोचिंग एक माध्यम हो सकता है। इसके जरिए परीक्षा के पैटर्न, अपडेट जानकारी, स्कोरिंग टॉपिक आदि का पता चल जाता है। लेकिन यदि कोई खुद से मेहनत कर सफलता हासिल करना चाहता है तो भी उसे कोई दिक्कत नहीं सामने आएगी। जरूरत बस इसी बात की है कि वह एक्सपर्ट अथवा पूर्व में परीक्षा दे चुके लोगों के नियमित संपर्क में रहे।




बैंकिंग सेक्टर : 2022 तक सात लाख नई नौकरियां पैदा होंगी, इस रूप में भी विकल्प है Rating: 4.5 Diposkan Oleh: bankpratiyogi

0 comments:

Post a Comment