Wednesday 7 March 2018

31 मार्च तक बढ़ाया गया शिक्षा प्रेरकों का अनुबंध


इलाहाबाद वरिष्ठ संवाददातासाक्षर भारत मिशन के तहत संविदा पर कार्यरत प्रदेशभर के एक लाख शिक्षा प्रेरकों का अनुबंध 31 मार्च तक बढ़ा दिया गया है। निदेशक साक्षरता एवं वैकल्पिक शिक्षा अमरनाथ वर्मा ने इलाहाबाद समेत उन 65 जिलों के बेसिक शिक्षा अधिकारियों को पत्र जारी कर यह सूचना दी है जहां यह योजना संचालित है।केंद्र सरकार ने 31 दिसम्बर के बाद साक्षर भारत योजना का संचालन नहीं करने का निर्णय लिया था। 27 दिसम्बर को इसकी जानकारी बीएसए को दी गई थी। इसके बाद से शिक्षा प्रेरक आंदोलित थे। योजना के तहत 65 जिलों के 49921 लोक शिक्षा केंद्रों पर 99482 शिक्षा प्रेरक कार्यरत हैं। प्रेरकों को प्रतिमाह दो हजार रुपये मानदेय मिलता है। इनके अलावा जिले एवं ब्लाक में तकरीबन एक हजार समन्वयक कार्यरत हैं। इलाहाबाद में प्रेरकों की संख्या 2633 है। शिक्षा प्रेरकों का काम 15 साल से अधिक उम्र के लोगों को साक्षर बनने के लिए प्रेरित करना है।आदर्श लोक शिक्षा प्रेरक वेलफेयर एसोसिएशन की जिलाध्यक्ष सीमा मौर्या का कहना है कि सरकार पहले 32 महीने का बकाया मानदेय एकमुश्त जारी करे। साथ ही प्रेरकों को एक सम्मानजनक मानदेय के साथ प्राथमिक विद्यालयों में क्लर्क के रूप में नियुक्त किया जाए।



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