परिषदीय स्कूलों के शिक्षकों को अब अपनी चल व अचल संपत्ति का ब्योरा देना होगा। इसका ब्योरा शासन की ऑनलाइन किताब में दर्ज किया जाएगा। इस संबंध में शिक्षा विभाग की तरफ से सभी शिक्षकों को पत्र जारी किया गया है। जिले के परिषदीय स्कूलों में पांच हजार से अधिक शिक्षक सेवा दे रहे हैं।
अपर मुख्य सचिव की ओर से शिक्षा विभाग के सभी शिक्षकों की चल-अचल संपत्ति का ब्योरा उपलब्ध कराने का आदेश दिया गया है। सभी शिक्षक अपनी संपत्ति का विवरण विभाग को उपलब्ध कराएंगे इसके बाद विभाग उसे मानव संपदा पोर्टल पर अपलोड करेगा। इसका उद्देश्य यह है कि अगर किसी शिक्षक के नाम घोटाला या घपलेबाजी के प्रकरण में सामने आया तो उसकी संपत्ति की जांच आसानी से की जा सकेगी। वहीं विभाग में बीते कई सालों से टिके रहकर किसी न किसी प्रबंध से अवैध संपत्ति जुटाने वाले शिक्षकों पर गाज गिर सकती है।
आदेश में कहा गया है कि शिक्षा विभाग में कार्यरत सभी शिक्षक अपनी नियुक्ति की तिथि से लेकर उसके बाद के प्रत्येक पांच वर्ष तक की चल और अचल संपत्ति का ब्योरा दें। निर्धारित समय तक पोर्टल पर संपत्ति का ब्योरा न अपलोड करने वाले और आदेश के संबंध में लापरवाही बरतने वाले सभी विभागीय लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
निर्वतमान जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी भालेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि शासन ने शिक्षकों की चल-अचल संपत्ति का ब्योरा मांगा है। इस संबंध में सभी खंड शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दे दिया गया है। प्रधानाध्यापकों के माध्यम से हर विद्यालय में रिकॉर्ड अपलोड कराया जाएगा।
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