Sunday, 9 August 2020

69000 सहायक अध्यापक भर्ती में फर्जीवाड़े में शामिल एक और अभ्यर्थी गिरफ्तार


69000 सहायक शिक्षक भर्ती के फर्जीवाड़े में वांटेड आरोपियों की गिरफ्तारी में लगी एसटीएफ ने शनिवार को सिविल लाइंस से बस्ती के बलवंत पटेल को गिरफ्तार कर लिया। इस मुकदमे में वांटेड मायापति को छोड़ अन्य सभी सात आरोपियों के खिलाफ एसटीएफ ने कोर्ट से एनबीडब्ल्यू जारी करा लिया है। मायापति को कोर्ट की ओर से 4 हफ्ते का समय सरेंडर करने का मिला है।

एसटीएफ प्रभारी नीरज पांडेय ने बताया कि एसटीएफ को 69000 सहायक शिक्षक भर्ती में फरार बस्ती के बलवंत के बारे में सूचना मिली थी कि वह नैनी जेल बंद डॉ. केएल पटेल से मिलने जाने वाला है। इसी सूचना पर घेराबंदी करके बलवंत को सिविल लाइंस में गिरफ्तार कर लिया गया। पूछताछ में बलवंत ने बताया कि वह अरविंद चौधरी के माध्यम से कमल पटेल से मिला। कमल पटेल से परीक्षा पास कराने के लिए पांच लाख में सौदा हुआ था, जिसमें उसने दो लाख रुपया एडवांस दिया था। बाकी तीन लाख परिणाम आने के बाद देना था। इस दौरान कमल पटेल और शशि प्रकाश सरोज आदि लोगों से मिलकर और गैंग के सरगना डॉ. केएल पटेल के लिए काम भी करने लगा। डॉ. पटेल ने उसे पांच लाख कमीशन देने की बात कही थी। बताया कि इस मुकदमे में वांटेड मायापति को छोड़कर अन्य आरोपी स्कूल प्रबंधक चंद्रमा यादव, संदीप, दुर्गेश, शिवम और सत्यम समेत अन्य के खिलाफ कोर्ट से गैर जमानती वारंट जारी है।

अब तक 12 आरोपियों को जेल


69000 सहायक शिक्षक भर्ती के अभ्यर्थी राहुल सिंह ने सोरांव थाने में जून 2020 को रूद्रपति दुबे, शशि प्रकाश, कृष्ण सरोज, कमल पटेल, रंजीत, डॉक्टर कृष्ण लाल पटेल, मायापति दुबे, धर्मेंद्र सरोज के खिलाफ पैसा लेकर भर्ती में परीक्षा पास कराने में ठगी करने की एफआईआर दर्ज कराई थी। इस मुकदमे में सोरांव पुलिस ने अभ्यर्थी धर्मेंद्र पटेल समेत 11 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा था। अन्य आरोपी विवेचना में प्रकाश में आए थे, जिसमें स्कूल प्रबंधक चंद्रमा यादव में शामिल था। बाद में इस प्रकरण की जांच एसटीएफ को सौंप दी गई। शनिवार को एसटीएफ ने पहली गिरफ्तारी की।

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