निजी महाविद्यालय में अध्यापक है युवक
बीएचयू से बीए व एमए प्रथम श्रेणी में पास है
देश भर में हुए लॉकडाउन व अब ब्लॉक के चलते हालात काफी खराब हो गए है कई लोगों की नौकरी चली गई है तो कई लोगों की सैलरी घटा दी गई है। कई पढ़े-लिखे लोग तो युवक मजदूरी करने को मजबूर हो गए है। अच्छी डिग्री हासिल करने के बाद भी युवक मनरेगा तथा गांव में अन्य काम में मजदूरी करने को विवश है। उन्ही में से एक है क्षेत्र के अमांव गांव के युवक राजेंद्र प्रसाद। एक निजी महाविद्यालय में अध्यापन का कार्य कर रहे जितेंद्र इन दिनों दिहाड़ी मजदूर का काम करने के लिए मजबूर है। लॉक डाउन वे अव अनलाक में महाविद्यालय बंद होने के कारण उन्हें सैलरी नहीं मिल रही है। अपने परिवार को पालने के लिए उनके पास मजदूरी के अलावा कोई रास्ता नहीं है।
निजी महाविद्यालय में पढ़ा रहे जितेंद्र एक मेधावी छात्र रहे है उन्होंने यूजीसी द्वारा आयोजित परीक्षा नेट दो बार 2017 व 2018 में पास किया है तथा काशी हिन्दू विश्वविद्यालय से ग्रेजुएशन 2015 में व हिंदी से पोस्ट ग्रेजुएशन 2017 में प्रथम श्रेणी में पास किया है। इसके
अलावा बीएड पण्डित दीनदयाल उपाध्याय नगर स्थित लाल बहादुर शास्त्री पीजी कॉलेज से किया है। साथ ही यूपी टेट व सीटेट भी पास है। हाई स्कूल व इंटरमीडिएट शाहगंज स्थित गांधी स्मारक इंटर कॉलेज से प्रथम श्रेणी में पास है। तीन भाइयों में सबसे बड़ा होने के नाते परिवार की पूरी जिम्मेदारी जितेंद्र के जिम्मे है। बुजुर्ग माता-पिता की देखभाल के साथ ही अभी दो बहनों की शादी की जिम्मेदारी भी जितेंद्र के उपर
है। इस सम्बंध में जितेंद्र बताते है कि लॉकडाउन से पहले सब ठीक-ठाक चल रहा था। लेकिन अब हालात मुश्किल हो गए है। परिवार बड़ा होने के कारण काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। घर का खर्च चलना मुश्किल हो गया था। जितेंद्र बताते है कि गांव में मजदूरी का काम था पर पेशे से अध्यापक होने के नाते काफ़ी संकोच लगता था। लेकिन जब हालात काफ़ी खराब हो गए तो संकोच को खत्म कर गांव के साथियों के साथ बोरिंग (हैडपंप लगाने) के काम में लग गया तथा बोरिंग का काम न मिलने पर खेतों में भी काम करता हूँ। जिससे कि परिवार का भरण पोषण हो सके। जितेंद्र के तरह ही क्षेत्र के अनेक युवक जो लॉकडाउन से पहले अच्छे कम्पनियों व विद्यालयों में अच्छे-खासे वेतन पर काम कर रहे थे अब बेरोजगार हो गए है। वे गांव में मनरेगा व अन्य काम करने को विवश है। इस सम्बंध में मजदूर किसान मंच के जिला प्रभारी अजय राय कहते हैं कि इस समय हालात बदतर हो गए है। उन्होंने सभी युवाओं को भत्ता देने की मांग सरकार से की है।
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