लखनऊ। प्रदेश विश्वविद्यालयों और डिग्री कॉलेजों में स्नातक और स्नातकोत्तर अंतिम वर्ष के साथ सेमेस्टर पाठ्यक्रम में अंतिम सेमेस्टर के छात्रों को परीक्षा देनी होगी। वहीं, स्नातक प्रथम, द्वितीय और स्नातकोत्तर प्रथम वर्ष के साथ सेमेस्टर पाठ्यक्रम में अंतिम को छोड़कर शेष सेमेस्टर के विद्यार्थियों को प्रोन्नत किया जाएगा। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) की गाइडलाइन के मुताबिक 30 सितंबर तक ऑनलाइन
या ऑफलाइन परी कराई जाएंगी। स्नातक अंतिम वर्ष का परिणाम 15 अक्टूबर और स्नातकोत्तर अंतिम वर्ष का परिणाम 30 अक्टूबर तक घोषित किया जाएगा। उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने
कहा कि यह व्यवस्था कोरोना संक्रमण के मद्देनजर यूजीसी और केंद्र सरकार की गाइड लाइन के अनुसार की गई है। उन्होंने बताया कि लॉकडाउन से पहले जिन विश्वविद्यालयों ने सभी परीक्षाएं कराकर परिणाम घोषित कर दिए हैं, उनके परिणाम यथावत रहेंगे वहीं जिन विश्वविद्यालयों ने कक्षाओं की कुछ परीक्षाएं लॉकडाउन करा ली थीं, उनका मूल्यांकन कर उनके अंक अंतिम परिणाम में जोड़े जाएंगे।
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