लखनऊ : ठंड का मौसम करीब है। ऐसे में सरकार ने बच्चों को माह के अंत तक स्वेटर मुहैया कराने के निर्देश दिए हैं। मगर बजट अभी तक जारी नहीं किया गया। ऐसे में बच्चों को गत वर्ष की तरह इस बार भी मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है। दरअसल, गत वर्ष स्वेटर वितरण प्रक्रिया अव्यवस्था की भेंट चढ़ गई थी। तमाम बच्चे दिसंबर में भी बिना स्वेटर स्कूल जाने को मजबूर हुए। ऐसे में सरकार ने अक्टूबर अंत तक हरहाल में परिषदीय स्कूलों के बच्चों को स्वेटर मुहैया कराने के निर्देश जारी किए हैं। वहीं जिम्मेदारों की हीलाहवाली के चलते बजट अभी तक जारी नहीं किया गया।1तीन हजार बच्चे अधिक : गत वर्ष की अपेक्षा इस बार जनपद के परिषदीय स्कूलों में तीन हजार के करीब बच्चे अधिक हैं। वर्ष 2017 में एक लाख 72 हजार 350 के करीब छात्रों को स्वेटर दिए गए थे। वहीं इस बार एक लाख 75 हजार 500 बच्चे हैं। वहीं प्रति बच्चा स्वेटर के लिए 200 रुपये निर्धारित किए गए हैं। ऐसे में लखनऊ के लिए करीब साढ़े तीन करोड़ रुपये की आवश्यकता है।
Wednesday, 17 October 2018
PRIMARY KA MASTER : बजट के फंदे में फंसा परिषदीय स्कूली बच्चों के स्वेटर
लखनऊ : ठंड का मौसम करीब है। ऐसे में सरकार ने बच्चों को माह के अंत तक स्वेटर मुहैया कराने के निर्देश दिए हैं। मगर बजट अभी तक जारी नहीं किया गया। ऐसे में बच्चों को गत वर्ष की तरह इस बार भी मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है। दरअसल, गत वर्ष स्वेटर वितरण प्रक्रिया अव्यवस्था की भेंट चढ़ गई थी। तमाम बच्चे दिसंबर में भी बिना स्वेटर स्कूल जाने को मजबूर हुए। ऐसे में सरकार ने अक्टूबर अंत तक हरहाल में परिषदीय स्कूलों के बच्चों को स्वेटर मुहैया कराने के निर्देश जारी किए हैं। वहीं जिम्मेदारों की हीलाहवाली के चलते बजट अभी तक जारी नहीं किया गया।1तीन हजार बच्चे अधिक : गत वर्ष की अपेक्षा इस बार जनपद के परिषदीय स्कूलों में तीन हजार के करीब बच्चे अधिक हैं। वर्ष 2017 में एक लाख 72 हजार 350 के करीब छात्रों को स्वेटर दिए गए थे। वहीं इस बार एक लाख 75 हजार 500 बच्चे हैं। वहीं प्रति बच्चा स्वेटर के लिए 200 रुपये निर्धारित किए गए हैं। ऐसे में लखनऊ के लिए करीब साढ़े तीन करोड़ रुपये की आवश्यकता है।
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