इलाहाबाद : परिषदीय स्कूलों की सहायक अध्यापकों की लिखित परीक्षा में सामान्य व ओबीसी वर्ग के अभ्यर्थियों का कटऑफ एक साथ रखा गया है। इस मामले को भी कोर्ट में चुनौती दी गई है। ओबीसी अभ्यर्थियों का कहना है कि सामान्य के बराबर उनके अंक तय करना गलत है। आदर्श समायोजित शिक्षक वेलफेयर एसोसिएशन उप्र के अध्यक्ष जितेंद्र शाही का कहना है कि लिखित परीक्षा के उत्तीर्ण अंकों का निर्णय गलत है, सबसे अधिक नुकसान शिक्षामित्रों का ही होगा। इस मामले में फिर से विचार किया जाए और छत्तीसगढ़ सरकार की तरह विभाग में शिक्षामित्रों का संविलियन कर दिया जाए तो बेहतर होगा। वहीं, दूरस्थ बीटीसी संघ के प्रदेश अध्यक्ष अनिल कुमार यादव का कहना है कि नया कटऑफ शिक्षामित्रों के लिए घातक है। इस आदेश से बड़ी संख्या में अभ्यर्थियों का हित प्रभावित होगा।
Friday, 10 August 2018
68500 शिक्षक भर्ती की लिखित परीक्षा में सामान्य व ओबीसी का पेंच बरकरार
इलाहाबाद : परिषदीय स्कूलों की सहायक अध्यापकों की लिखित परीक्षा में सामान्य व ओबीसी वर्ग के अभ्यर्थियों का कटऑफ एक साथ रखा गया है। इस मामले को भी कोर्ट में चुनौती दी गई है। ओबीसी अभ्यर्थियों का कहना है कि सामान्य के बराबर उनके अंक तय करना गलत है। आदर्श समायोजित शिक्षक वेलफेयर एसोसिएशन उप्र के अध्यक्ष जितेंद्र शाही का कहना है कि लिखित परीक्षा के उत्तीर्ण अंकों का निर्णय गलत है, सबसे अधिक नुकसान शिक्षामित्रों का ही होगा। इस मामले में फिर से विचार किया जाए और छत्तीसगढ़ सरकार की तरह विभाग में शिक्षामित्रों का संविलियन कर दिया जाए तो बेहतर होगा। वहीं, दूरस्थ बीटीसी संघ के प्रदेश अध्यक्ष अनिल कुमार यादव का कहना है कि नया कटऑफ शिक्षामित्रों के लिए घातक है। इस आदेश से बड़ी संख्या में अभ्यर्थियों का हित प्रभावित होगा।
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