Tuesday, 27 March 2018

तीन साल इंतजार के बाद दो मॉडल स्कूलों में होगी पढ़ाई , प्रत्येक स्कूल में ¨प्रसिपल समेत 18 शिक्षक

इलाहाबाद/बहरिया हिटीकरोड़ों रुपये की लागत से बने दो सरकारी स्कूलों में एक अप्रैल से शुरू हो रहे नये सत्र में पढ़ाई होगी। माध्यमिक शिक्षा विभाग बहरिया ब्लॉक के कमलानगर और उरुवा के समहन में स्थापित, लेकिन तीन साल से बंद पड़े स्कूलों में 2018-19 सत्र से पढ़ाई शुरू करने जा रहा है। पं. दीन दयाल उपाध्याय राजकीय मॉडल इंटर कॉलेज नाम से इन स्कूलों में कक्षा 9 से 12 तक की पढ़ाई होगी। माध्यमिक शिक्षा अभियान को प्रभावी तरीके से लागू करने के लिए केंद्र सरकार ने पूरे प्रदेश के शैक्षिक दृष्टि से पिछड़े ब्लॉकों में 191 मॉडल स्कूल स्थापित किए थे। 2010-11 में 148 और 2012-13 में 45 स्कूल स्वीकृत हुए थे। दो स्कूल जमीन न मिलने से नहीं बन सके। इलाहाबाद में दांदूपुर, बहरिया व उरुवा में तीन स्कूल बने थे।सभी स्कूल 2015-16 शैक्षिक सत्र से पहले बन गए थे। लेकिन बाद में केंद्र सरकार ने हाथ खींच लिया। इसके बाद दांदूपुर के स्कूल को सीबीएसई से संबद्धता लेकर समाजवादी अभिनव स्कूल नाम से चलाया जा रहा है। इसका उद्घाटन पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अप्रैल 2016 में किया था लेकिन बाकी के दो स्कूलों में ताला पड़ा रहा। प्रत्येक स्कूल के निर्माण पर 3.02 करोड़ रुपये खर्च आया था। इसी प्रकार प्रदेशभर के 191 स्कूलों में से 125 स्कूल बचे हैं जिन्हें पं. दीन दयाल उपाध्याय के नाम से संचालित किया जाएगा।रखरखाव के अभाव में स्कूलों का बुराहाल: बहरिया और उरुवा के मॉडल स्कूल की हालत रखरखाव के अभाव में ठीक नहीं है। दो साल पहले तत्कालीन जिला विद्यालय निरीक्षक ने स्कूलों को अपने कस्टडी में ले लिया था लेकिन चौकीदार नहीं होने के कारण लोग खिड़की वगैरह उखाड़ ले गए।
बहरिया ब्लॉक के कमलानगर में बनकर तैया मॉडल स्कूल का भवन। ’ हिन्दुस्तान
पं. दीन दयाल उपाध्याय राजकीय मॉडल इंटर कॉलेज में एक ¨प्रसिपल, 10 प्रवक्ता और सात सहायक अध्यापकों के अलावा दो क्लर्क और पांच चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के पद सृजित हुए हैं। इनमें इंटर स्तर पर विज्ञान और कला की पढ़ाई होगी। बहरिया और उरुवा के स्कूलों में नये सत्र से पढ़ाई होगी। स्कूलों में पदसृजन हो गया है। मरम्मत के लिए बजट मांगा है। जब तक शिक्षकों व कर्मचारियों की नियुक्ति नहीं होती तब तक दूसरे स्कूलों से शिक्षकों को संबद्ध करके पढ़ाई कराएंगे।



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