नमस्कार मित्रों
आज मजबूरन मुझे कुछ बोलना पड़ रहा है आज अचयनित का विरोध सबसे ज्यादा वही लोग कर रहे हैं जो पूर्व के 841 में चयनित मठाधीश के दाहिने हाँथ हुआ करते थे और बेरोजगारो का जमकर शोषण किया करते थे याची बनाने से लेकर वेरिफिकेशन, जिओ कांड आदि अब जब सभी अचयनित उनकी औकात जान चुके हैं तो उन्हें लग रहा है कि अब सत्ता उनके हाँथ से जा रही है और अचयनित उनके हाँथ से निकल चुके हैं और उनके हुक्का पानी का इंतजाम बन्द होने वाला है। ये पूर्व में भी चयनितों/ 841 तदर्थ चयनित के टट्टू थे और अप्रत्यक्ष रूप से आज भी उनके साथ ही हैं । 1100 में बचे 300 लोग जो रेस्पोंडेंट थे व उन्हें नियुक्ति पत्र नही प्राप्त हुई तो उन्होने highcourt में 25 जुलाई के judgment के उपरांत रिट याचिका दायर की तब कुछ बेवकूफो ने भी 24 february का लाभ लेने के लिए भी याचीका फ़ाइल की। माननीय बघेल साहब ने पूरा बंच बनाकर decide किया और सभी याचिकाएं खारिज हुई और किसी को कुछ भी प्राप्त नही हुआ इसके उपरांत 300 रेस्पोंडेंट ने बघेल साहब के judgment को डिवीज़न बेंच में चुनौती दी। डिवीज़न बेंच ने भी याचिका खारिज की अब सभी 300 respondent ने सुप्रीम कोर्ट में विशेष अनुज्ञा याचीका भी फ़ाइल कर दी है रजिस्ट्री में 841 चयनितों की तरफ से कैविएट लगी हुई है इसलिए अभी नंबर नही प्राप्त हुआ है इधर जाड़ो की छुट्टी हो गयी थी। यह 300 लोग मामले को शांत करवाकर अपना काम करके मामला शांत करवाना चाहते हैं। ये वही 300 लोग हैं जिनके पास आपका दिया हुआ अनाप शनाप पैसा है आपको सम्पूर्ण सच्चाई स्क्रीशॉट में उपलब्ध करवा रहा हूँ यदि अब भी न चेते तो जिंदगी भर सिर्फ ढपली ही बजायँगे। इन नेताओं ने सिर्फ आपका चीरहरण ही किया है, रेपोंडेंट की याचिका के साथ सुप्रीम कोर्ट में आर्टिकल 32 के तहत एक डब्ल्यूपीसी भी फ़ाइल हुई है उसमें वी कुकुरमुत्ते है जो 300 रेस्पोंडेंट की लिस्ट में नही थे। अब जल्द ही यही चिरकुट आपको धरने और तरह तरह के ड्रामे के लिए प्रेरित करेंगे और आपसे धन उगाही करेंगे आपके पास खोने को कुछ नहीं बचा है अतः आप सभी अचयनित एक जुट होकर सिर्फ 841 में चयनित धूर्तों व इनके चाटुकार व जो इनके तलवे चाटते थे उनके विरुद्ध अपने को एक भारी संख्या में खड़े हो । अन्यथा मूर्खों की तरह जिओ, ट्वीटर पर ट्वीट व रोज मुख्यमंत्री की कैबिनेट की मीटिंग ही देखते रहे हैं। आपके पास खोने को कुछ नहीं व पाने को बहुत कुछ है। सिर्फ 841 के विरुद्ध ही अपना दिमाग लगाए ये वही एक अंतरिम आदेश है जो आपको बहुत कुछ दे सकता है यदि यह पलटा तो पूरी भर्ती पलट जाएगी इसके लिए मैंने मामले एकल पीठ से डिवीज़न बेंच तक पहुंचा दिए हैं वह भी बिना किसी से कोई शुल्क लिए 11 लोगो से 841 के खिलाफ खड़ा हुआ था आज लगभग 200 लोग साथ खड़े हो चुके हैं यदि यह कारवाँ और बढ़ा लोगो ने साथ दिया तो मामला पलटने में भी देर नही लगेगी। मित्रों मैं 841 तदर्थ नियुक्ति के मामले को संविधान पीठ तक लड़ूंगा ईमानदारी और तल्लीनता से लड़ी गयी छोटी टुकड़ी भी मामले को अंतिम छोर तक पहुंचा सकती है व सफलता की सीढ़ी तक पहुंच जाती है। मेरे 841 के मामले को पूर्व की खारिज याचिकाओ से कदापि न जोड़े दोनों में जमीन आसमान का अंतर है। आज 2 स्पेशल अपील व 1 रिट याचिका 841 के खिलाफ लड़ रहा हूँ मात्र यह सब कुछ आपके स्नेह व आपके साथ से ही सम्भव हुआ है। 300 रेस्पोंडेंट व उनके साथ जुड़ी डब्ल्यूपीसी की हकीकत स्क्रीनशॉट में स्वयं देख सकते हैं यह सभी अपनी नियुक्ति लेकर आपके लिए सभी दरवाजे बंद कर देना चाहते हैं। आगे आप स्वयं समझदार आपको सभी को सूचित करना मेरा कर्तव्य है।
धन्यवाद
आपका शुभेछु
ऋषि श्रीवास्तव
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