इलाहाबाद। ऐसे में जब सरकार ने उच्च प्राथमिक स्कूलों में सीधी भर्ती के प्रावधान को समाप्त कर दिया है तो अपर प्राइमरी स्तर की शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) करवाने का औचित्य समझ से परे है। यूपी में जुलाई 2011 में नि:शुल्क एवं अनिवार्य बाल शिक्षा का अधिकार अधिनियम लागू होने के बाद से सिर्फ एक 29334 विज्ञान व गणित विषय के सहायक अध्यापकों की भर्ती हुई है। उसमें भी तकरीकन सात हजार पद खाली बताए जा रहे हैं। जबकि अपर प्राइमरी स्तर की टीईटी पास बड़ी संख्या में योग्य बेरोजगार नौकरी की आस में बैठे हैं।
Monday, 27 November 2017
UPTET : तो अपर प्राइमरी टीईटी करवाने का क्या औचित्य
इलाहाबाद। ऐसे में जब सरकार ने उच्च प्राथमिक स्कूलों में सीधी भर्ती के प्रावधान को समाप्त कर दिया है तो अपर प्राइमरी स्तर की शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) करवाने का औचित्य समझ से परे है। यूपी में जुलाई 2011 में नि:शुल्क एवं अनिवार्य बाल शिक्षा का अधिकार अधिनियम लागू होने के बाद से सिर्फ एक 29334 विज्ञान व गणित विषय के सहायक अध्यापकों की भर्ती हुई है। उसमें भी तकरीकन सात हजार पद खाली बताए जा रहे हैं। जबकि अपर प्राइमरी स्तर की टीईटी पास बड़ी संख्या में योग्य बेरोजगार नौकरी की आस में बैठे हैं।
Related Articles :
इस जनपद में कस्तूरबा विद्यालय में निकली भर्तियां, देखें विज्ञाप्ति Read more » ...
शपथ पत्र जरूरी नहीं, एक बार में 30 दिन की मिलेगी सीसीएलRead more » ...
परिषदीय विद्यालयों में सत्रीय परीक्षा 18 से 24 के बीच, अभिभावक को बुलाकर बताएंगे रिपोर्ट कार्डRead more » ...
72825 बैच की नियुक्ति तिथि से NPS कटौती : टोटल कॉन्ट्रिब्यूशनRead more » ...
नई शिक्षक भर्ती का अधियाचन मिलने के बाद ही जारी होगा कैलेंडरRead more » ...
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
0 comments:
Post a Comment