उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आंगनवाड़ी से जुड़ा एक बेहतर फैसला लिया है. उन्होंने कहा कि बेसिक शिक्षा परिषद के तहत आने वाली आंगनवाड़ियों को अगले शैक्षणिक सत्र से प्री-प्राइमरी स्कूलों में बदला जाएगा. तीन साल तक के बच्चों को इन प्री-प्राइमरी स्कूलों में कक्षा 1 में दाखिला मिलेगा. जबकि वर्तमान में, 5 वर्ष तक के बच्चों को पहली कक्षा में प्रवेश दिया जाता है. ये जानकारी, मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना के शुभारंभ के दौरान जारी प्रेस रिलीज के जरिए दी थी
मुख्यमंत्री योगी की इस घोषणा के बाद प्री-प्राइमरी स्कूलों में CT Nursery, NTT (एनटीटी और सीटी नर्सरी) कोर्स करने वालों को टीचर जॉब मिलने लगेगी.
दरअसल, सरकारी मान्यता प्राप्त संस्थानों से एनटीटी और सीटी नर्सरी करने वाले अभ्यर्थियों ने पिछले साल हाईकोर्ट, सुप्रीम कोर्ट में प्राथमिक स्कूलों में सहायक अध्यापक पद की जॉब के लिए याचिकाएं दायर की थी. लेकिन ये दोनों ही डिग्रियां प्री प्राइमरी स्कूलों में पढ़ाने के लिए योग्य टीचर्स के लिए हैं. तब उन्हें नौकरी नहीं मिल सकी थी क्योंकि यूपी में सरकारी प्री प्राइमरी स्कूल नहीं थे.
मुख्यमंत्री की घोषणा के मुताबिक, अगले सत्र से प्री-प्राइमरी स्कूलों को शुरू किए जाने का प्लान है तो जाहिर है बच्चों को पढ़ाने के लिए शिक्षकों की नियुक्ति भी की जाएगी.
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